94 / 100

Science of Zodiac Sign and Rashi Mantra

Whenever you go to any astrologer or numerologist, they  advise you to chant a mantra of some deity or DemiGod.

Unfortunately, it has been seen many times that there is no special, visible benefit even after performing mantra rituals according to Janam Nakshatra or Janam Kundli.

There are many reasons for this, such as – the astrologer has not been successful in calculating the horoscope or the mantra is correct in the treatment but there is a long method of law – which the person is unable to do.

At such a time, whether the person knows the position of the planetary constellation or not – by chanting the rashi mantra according to his birth sign – can take advantage.

Read my Blog on Rashi and Astrology

What is Rashi Mantra?

Rashi Mantra is said in which you were born in your birth sign – like if you were born in Aries sign – that is, when you were born – then the moon was in Aries Rashi.

What are Rashi Mantra Benefits in Hindi ?

According to the name of each person or according to his birth sign, the law of chanting one and a half lakhs of his Rashi Mantra in front of the presiding deity of his zodiac has been mentioned in the scriptures.

Astrology also says that if a person completes 1.25 lakh chants, then he attains auspicious prosperity and peace in all respects.

If according to any circumstance, it is not possible or supported to do 1.25 lakh chanting, that person should chant 108 times every day i.e. one rosary of mantra daily.

And you should chant this Rashi Mantra while sitting on Sukhasan or holy seat with pure mind and full devotion.

The person who does not know his birth sign, if he wants to get the knowledge of his birth sign from a pandit, or if there is a possibility, then he should get the knowledge of the zodiac of his name and do the chanting of the mantra accordingly.

1) Aries Mantra

Om Hrim Shri Lakshmi Narayanaya Namah 

or

Aim Kleem Sou

2) Taurus Mantra

Om Gopalai Uttar Dhwajay Namah

or

Aim Kleem Shri.

3) Gemini Mantra

Om Kleem Krishnay Namah

or

Kleem Aim Sou

4) Cancer Mantra

Om Hiranya garbhaya avyakt rupine namah

or

Hreem Kleem Shreem

5) Leo Mantra

Om Kleem Brahmane jag dharaya namah

or

Hrim Shreem Sou

6) Virgo Mantra

Om Namo Preem Pitambaraya Namah

or

Kleem Aim Sou

7) Libra Mantra

Om Tattva Niranjanaya Taraka Ramay Namah

Or

Om Aim Kleem Shrim

8) Scorpio Mantra

Om Narayan Sur Singhay Namah.

or

Aim Kleem Sou.

9) Sagittarius Mantra

Om Sri Devakrishnay Udhvashtay Namah.

or

Hrim Kleem Sou

10) Capricorn Mantra

Om Sri Vatsalay Namah

or

Aim Klim Hrim Shrim Sou

11) Aquarius Mantra

Om Sri Upendra Achyutaya Namah

or

Hreem Aim Kleem Shreem

12) Pisces Mantra

Om Kleem Udhutaya udharne namah

or

Hreem Kleem Sou

Do let me know how you like this article on Science behind Rashi Mantra?

Yours Sincerely,

Nirav Hiingu

राशि मंत्र का विज्ञान Science Behind Rashi Mantra

जब कभी भी आप किसी ज्योतिष या अंक-ज्योतिष के पास जाते हैं  तो वे आपको किसी न किसी देवी देवता का मन्त्र जाप का परामर्श देते है ।

कई बार यह भी देखा गया है कि जन्म नक्षत्र या जन्म-कुंडली के अनुसार मंत्र अनुष्ठान करने पर भी कोई विशेष लाभ नहीं होता । 

इसके कई कारण हैं जैसे – ज्योतिष को कुंडली की  गणना करने के सफल न रहा हो या उपचार में मंत्र तो सही हो पर लम्बी विधि विधान हो – जो जातक करने में असमर्थ होता है । 

ऐसे समय में जातक चाहे को भी ग्रह नक्षत्र की स्थिति का ज्ञान हो या ना हो – अपनी जन्म राशि के अनुसार मंत्र जाप कर के अवश्य ही लाभ उठा सकते है ।  

राशि मंत्र है क्या?  Rashi Mantra Kya Hai ?

राशि मतलब  चंद्रमा और यहाँ राशि को वह संकेत माना जाता है जिसमें चंद्रमा जन्म के समय रहता है और राशि मंत्र उसे कहा जाता है जिसमें आप अपनी जन्म राशि में पैदा हुए थे – जैसे यदि आप मेष राशि में पैदा हुए थे – यानि जब आप पैदा हुए थे – तब चंद्रमा मेष राशि में था।

राशि मंत्र जाप के फायदे क्या है ? Rashi Mantra ke Fayde

प्रत्येक मनुष्य को अपनी-अपनी नाम राशि के अनुसार या जन्म राशि के अनुसार अपनी राशि के इष्टदेव के सामने अपने राशि मंत्र का सवा लाख जप करने का विधान शास्त्रों में बताया गया है ।

ज्योतिष शास्त्र यह भी कहता है कि यदि व्यक्ति सवा लाख का जाप संपन्न कर लेता है तब वह सभी प्रकार से शुभ समृद्धि और शांति की प्राप्ति कर लेता है । 

यदि आप किसी परिस्थिति के अनुसार सवा लाख जाप करना संभव न हो या समर्थ न हो , तब उस जातक को चाहिए कि प्रत्येक दिन 108 बार अर्थांत प्रतिदिन एक माला मंत्र जाप करें ।

यह राशि मंत्र का जाप आपको सुखासन या पवित्र आसन पर बैठकर शुद्ध मन और पूरी श्रद्धा से करना चाहिए।

जिस व्यक्ति को अपने जन्म राशि का ज्ञान न हो वह चाहे तो किसी पंडित से अपने जन्म  राशि का ज्ञान प्राप्त कर ले या वो भी संभावना हो तो अपने नाम के राशि का ज्ञान प्राप्त कर ले और उसी के अनुसार मंत्र जाप संपन्न कर ले ।

१) मेष राशि का मंत्र  

ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीनारायणाय नम : । 

या 

ॐ ऐं क्लीम सौ: ।

२) वृषभ राशि का मंत्र 

ॐ गोपालाय उत्तर ध्वजाय नमः ।

या 

ॐ ऐं क्लीम श्रीं ।

३) मिथुन राशि का मंत्र 

ॐ क्लीम कृष्णाय नमः ।

या 

ॐ क्लीम ऐं सौ:।

४) कर्क राशि का मंत्र 

ॐ हिरण्य गर्भाय अव्यक्त रूपिणे नमः ।

या 

ॐ ह्रीं क्लीम श्रीं ।

५) सिंह राशि का मंत्र 

ॐ क्लीम ब्रह्मणे जग धाराय नमः ।

या 

ॐ ह्रीं श्रीं सौ: ।

६) कन्या राशि का मंत्र 

ॐ नमो प्रीम पीताम्बराय नमः ।

या 

ॐ क्लीम ऐं सौ : ।

७) तुला राशि का मंत्र 

ॐ तत्त्व निरंजनाय तारक रामाय नमः ।

या

ॐ ऐं क्लीम श्रीं

८) वृश्चिक राशि का मंत्र 

ॐ नारायण सुर सिंहाय नमः।

या 

ॐ ऐं क्लीम सौ: ।

९) धनु राशि का मंत्र 

ॐ श्रीं देवकृष्णाय उध्वषताय नमः ।

या 

ॐ ह्रीं क्लीम सौ : ।

१०) मकर राशि का मंत्र 

ॐ श्रीं वत्सलाय नमः ।

या 

ॐ ऐं क्लीम ह्रीं श्रीं सौ: ।

११) कुम्भ राशि का मंत्र 

ॐ श्री उपेन्द्राय अच्युताय नमः ।

या 

ॐ ह्रीं ऐं क्लीम श्रीं ।

१२) मीन राशि का मंत्र 

ॐ क्लीम उदधुताय उधारिणे नमः ।

या 

ॐ ह्रीं क्लीम सौ: ।

आज का यह लेख – ‘राशि मंत्र का विज्ञान’ आपको कैसा लगा ?

शिवदर्शन अभिलाषी,

नीरव हींगु