90 / 100

व्यापार उन्नति में सहायक सिद्ध लक्ष्मी बीसा यन्त्र Bisa Laxmi Yantra

Laxmi Yantra : इस बार दिवाली २०२३ , १० नवंबर २०२३ से १४ नवंबर २०२३ से सुरु होनेवाला है । दिवाली उत्सव की तरीके यहाँ स्पटीकरण कर रहा – लिंक कर क्लीक कर – दिवाली २०२३ की शुभ मुहूर्त देखिये । हर बार की तरह इस दिवाली २०२३ पर आपके के लिए उपहार स्वरुप सिद्ध बिसा लक्ष्मी यन्त्र साधना ( Bisa Laxmi Yantra Sadhana ) भेट कर रहा हु ।

यह एक ऐसा अदभुत चमत्कारी बीसा यन्त्र है और इसे सिद्ध कर यदि सिद्धकर्ता अपने हाथों से अष्ठगंध की स्याही से अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान, ऑफिस, दुकान , फैक्ट्री की दीवारों पर अंकित करे तो इससे  व्यापार में लोकप्रियता और उन्नति देखने को मिलत्ती है । इसके सिद्धकर्ता को स्वयं सुख, वैभव और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है ।

दिवाली 2024 पर सिद्ध लक्ष्मी बीसा यन्त्र लिखने के फायदे Diwali 2024 Par Bisa Laxmi Yantra

१) इस यन्त्र (Laxmi Yantra) को लिखने मात्र से ही आपको सिद्धि प्राप्त होती है ।

२) दीपावली पर, यह बीसा यन्त्र Bisa Laxmi Yantra लिखने से स्वयं की और दूसरों की व्यापारिक बाधा दूर करने में सहायक होता है ।

३) इस यन्त्र को दीपावली के दिन लक्ष्मी और गणेश पूजन के स्थान पर दीवार में अथवा भोजपत्र पर लिखकर अपने दफ्तर में, फैक्ट्री या दुकान / व्यापारिक संस्थानों में रखने से व्यापार बढ़ने लगता है और पूरे वर्ष उन्नति होती है ।

४) व्यापर को बढ़ने और अपने क्षेत्र में पूर्णता प्राप्त करने के लिए इस यन्त्र का जवाब नहीं और यह परमोपयोगी सिद्ध यन्त्र है ।

Vyapaar-Siddha-Bisa-Laxmi-Yantra

बीसा यन्त्र सिद्ध करने की विधि: Bisa Laxmi Yantra Siddh Karne Ki Vidhi

१) इस यन्त्र को दीवाली/दीपावली, ग्रहण (सूर्य या चंद्र ग्रहण) और रावण पुष्य नक्षत्र में सिद्ध किया जा सकता है ।

२) ऊपर लिखे दिनों में दीवाली सर्वश्रेष्ठ माना गया है। साधक को चाहिए इस अवसर का लाभ लेकर , दीवाली रात्रि को भोजपत्र पर (यदि भोजपत्र प्राप्त न हो तो सफ़ेद सादा कागज भी ले सकते हैं ) अष्ठगंध की स्याही ( ink ) से १०,००० की संख्या में लिखना चाहिए ।

३) प्रथम गणेश गुरु का पंचोउपचार ( गंध , चावल , पुष्पः ,धुप , दीप नैवेद्य से ) पूजन कर गणेश गुरु मंत्र की १-१ माला करे ।

४) अब दाहिने हाथ में संकल्प लें मैं अमुख नाम का पुत्र/पुत्री , अमुख मातापिता की संतान , अमुख गोत्र में उत्पन्न , आज दिवाली की शुभ रात्रि में अपने व्यापार की उन्नति के लिए “सिद्ध बीसा यन्त्र ” सिद्धि के लिए यन्त्र लेखन करने जा रहा हूं, हे ! माँ महालक्ष्मी , हे माँ पारवती मुझे आशीर्वाद दें, मुझे सिद्धि प्राप्त हो। फिर यन्त्र लेखन आरम्भ करें।

४ ) वैसे आज के युग में १०,००० एक रात्रि या १ महीने में लिखना असंभव है , फिर भी में मेरे अनुभव में – इस अवसर पर यदि ११ या १ बार भी पुरे शिद्दत से , पवित्र मन से लिखें तो अवश्य ही सिद्धि प्राप्त होती है ।

५ ) तंत्र ग्रंथों के अनुसार , यदि साधक १०,००० बार इस यन्त्र को लिखकर , आटे की गोलियां बनाकर , गोलियों में यन्त्र भरकर , एक -एक कर सारी गोलियों को नदी में मछलियों को खिला दे ,तो भी यह यन्त्र सिद्ध हो जायेगा  ।

६) सिद्धि के उपरांत, आप जिस व्यापारी को यह यन्त्र लिखकर ( भोजपत्र लिखित यन्त्र ) देंगें, उसी को इससे लाभ होगा ।

७) इसे आप स्वयं, ताम्रपात्र पर बनवाकर अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान में लगा दें – आपको कारोबार में तरक्की अवश्य ही मिलेगी।

मुझे आशा है आप दीवाली के शुभ अवसर पर, इस सरल किन्तु प्रभावशाली बीसा यन्त्र की सिद्धि प्राप्त कर, अपने और अपने मित्रों- शुभचिंतकों को इस अवसर की बीसा यन्त्र प्रदान करें ताकि वह भी भाग्योन्नति कर सकें।

आप सभी को मेरी ओर से दी गई दिवाली की यह भेंट फलीभूत हो और मेरा विनम्र निवेदन है कि आप यह भेंट ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को दें। 

दिवाली २०२३ की शुभ अवसर पर आपको और पूरे परिवार को शुभकामना !

देवी कृपा अभिलाषी ,

नीरव हिंगु